दलालों और अधिकारियों ने रखे थे कोडवर्ड

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा परिवहन विभाग के खिलाफ की गई कार्रवाई में हो रही जांच में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। जांच में सामने आया है कि परिवहन विभाग के अधिकारी और दलाल आपस में घूसखोरी और दलाली के रुपए बांटने के लिए कोडवर्ड में बात करते थे। यह सभी लोग आपस में पेपर, चाय और सैण्डविच की डिलीवरी करने की बात करके ही रुपए पहुंचाते थे। इसके अलावा एसीबी ने जो 25 मोबाइल और दो लैपटॉप जब्त किए हैं, उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। किस मोबाइल से किसने और किसको और क्या मैसेज भेजा था। इसका पता लगाया जा रहा है। टीम ने इस प्रकरण में एक और दलाल राजेन्द्र को गिरफ्तार किया है। इससे भी पूछताछ की जा रही है।


कोडवर्ड में होती थी बातचीत
प्रकरण में पकड़े गए अधिकारियों और दलालों के बीच बातचीत कोडवर्ड में होती थी। दलाल कहता था कि 5 पेपर लेकर आने हैं। इसका मतलब था 5 हजार रुपए यानी एक हजार रुपए का कोडवर्ड एक पेपर दिया गया था। एक चाय लेकर आनी है, तो एक चाय का मतलब एक हजार रुपए माना जाता था। दो सैण्डविच लाने हैं। इसका मतलब दस हजार रुपए देने हैं। एक सैण्डविच का अर्थ 5 हजार था।


एसीबी ने 16 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया
इस मामले में एसीबी ने 16 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दलाल राजेन्द्र सिंह को 25 फरवरी तक रिमांड पर भेजा है। आरोपी मनीष मिश्रा, मनीष शर्मा, नवीन जैन, रणवीर, पवन पहलवान, विष्णु कौशिक, जसवंत यादव एवं ममता को 24 फरवरी तक पुन: रिमांड पर लिया है। आरोपी शिवचरण मीणा, विनय बंसल, आलोक बुढ़ानिया, उदयवीर सिंह जाट, विष्णु कुमार, रतनलाल एवं गजेन्द्र सिंह को कोर्ट ने तीन मार्च तक जेल भेज दिया है। एएसपी आलोक शर्मा ने इन सभी को कोर्ट में पेश किया।